अर्ज किया है,क्या आपकी आवाज भी इतनी मदहोश है,की हमारा गुस्सा भी मदहोश हो गया,क्या जादू चलाया आपने की,पूरा दिन आपने चुरा लिया..शायरी थोड़ा डर के आरजू से कहती है, ओह माय गॉड आप बोल क्यू नही रहे?क्या हमे फीर्शे थाने जाना पड़ेगा,अरे अरु बिल्कुल नही प्लीज हा प्लीज।पिछली बार की तरह बिलकुल मत करना हा प्लीज,ऐसा कुछ हुआ न तो हम अभी जा रहे है आप एकेले ही सब फोड़ लीजिए।आरजू बोलती है,अरे कुछ नही करेंगे हम,वो पिछली बार की बात तो याद ही मत कराइए वरन..आरजू आगे कुछ बोले उससे पहेली ही शायरी थोड़ा शांत करने को कहती