अभनपुर में मेरी माँ का एक सुंदर बचपन बीता है। उन्हें इस जगह को छोड़े वर्षों बीत चुके है, लेकिन सारा कुछ आज भी पहले जैसा है। यहाँ बचपन से आ रहा हूँ। बीते कुछ वर्षों से जब भी आता हूँ हर जगह अपनी माँ का बचपन तलाश रहा होता हूँ। माँ ने बहुत पहले मुझे अपने बचपन के क़िस्सो के बारे में बताया था, जो मुझे अब भी याद है। यहाँ जब भी किसी छोटी बच्ची को सड़क या फिर गलियों में खेलते हुए देखता हूँ.. मुझे उसमें माँ बचपन दिखाई देने लगता है। मैं उन बच्चों को जी