राम के पापा आलोकनाथ सरकारी नौकरी में ऊंचे पद पर थे । वर्षों पहले ही गांव छोड़ कर परिवार संग शहर आ बसे थे । बढिया स्कूल और कालेजों मे राम को शिक्षा मिली थी । राम के चाचा विशम्भरनाथ आज भी अपनी बेटी संग गाँव मे रह कर ही खेती बाडी करते थे ।एक दिन जब वह शाम को घर लौटा तो उसे माँ कुछ गम्भीर और चिंतामग्न दिखी । पूछने पर माँ पार्वती ने बताया.. "बेटा हमे आज ही गाँव मे तेरे चाचा जी के पास जाना होगा । क्योंकि तेरी बहन शोभा आजकल कुछ बीमार सी चल