तुम बता क्यों नही देते की तुम्हे मुझसे प्यार तो था ही नही बस कह दो ना और चले जाओ मेरा पीछा छुड़ा के मेरे पास से यार तुम मैं क्या कहूं तुम्हे। मतलब तुम किस मिट्टी के बने तुम्हे मेरी बात समझ नही आती क्या कुछ बोलो अब बोलते क्यों नही। मैं न सच्ची बता रही हूं। दुखी हों गई हूं। सारा दिन ऐसा क्या करते हो जो मुझसे बात नही कर पाते हो। शिवू यार तुम से दिन में तीन से चार बार तो बात करता हूं। अब इससे ज्यादा टाइम कहा से लाऊं। जो तुम्हे खुश कर सकू तुम्हे समझ