अनोखी प्रेम कहानी - 9

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चम्पापुरी का गंगातट।बखरी सलोना की सजी-सँवरी नौका में पाल बांधा जा चुका था और शांत बैठे नाविक माया दीदी के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे थे।माया दीदी के साथ चम्पा से किसी तेजस्वी सिद्ध को बखरी तक की यात्र करनी थी। चारों नाविक उत्सुकतापूर्वक उस सिद्ध की राह देख रहे थे। कौन हैं वे? अवश्य कोई बड़े योगी या तांत्रिक सिद्ध होंगे अन्यथा माया दीदी स्वयं उन्हें साथ लिवाने नहीं आतीं। नाविकों में यही चर्चा चल रही थी कि उन्होंने दूर से आती माया दीदी के संग एक लम्बे-ऊँचे गौरांग पुरूष को देखा। चारों नाविक नौका से उतरकर तट पर