लबसना वाला प्यार - 4

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इस दोस्ती यारी में कब 3 महीने निकल गए पता भी नहीं चला । आज अंशिका के सारे दोस्तों का इस सेंटर और लबसना में आखिरी दिन था यह रात उनके इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए थी। बहुत से लोग अपनी नई जर्नी के लिए खुश थे तो कुछ अपने दोस्तों और बिताए हुए उन लम्हों को छोड़कर जाने के लिए दुखी थे यह बता पाना मुश्किल था कि आखिर अंशिका के दिमाग में क्या चल रहा है पर इशिका और बाकी सब लोग काफी दुखी थे। जितने भी लोग यही रुकने वाले थे उन्होंने जाने वाले सभी