लबसना वाला प्यार - 3

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सुबह के 7:00 बज रहे थे कुछ लोग साइकिलिंग कर रहे थे तो कुछ योगा और कुछ अपने पैशन को फोलो कर रहे थे। सुबह सुबह का टाइम था इसलिए अंशिका जानती थी कि ध्रुव उसे वही पहाड़ों के बीच नदी किनारे फोटोग्राफी करते हुए मिलेगा अंशिका धीरे धीरे चल कर ध्रुव के पास गई उसने ध्रुव से कहा हाय गुड मॉर्निंग। धु्व_ गुड मॉर्निंग, यहां कैसे। अंशिका-मैंने तुम्हें डिस्टर्ब तो नहीं किया। ध्रुव- नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है मैं तो बस यूं ही.... एनीवे तुम्हें कुछ काम था। अंशिका- हां, एक्चुअली मुझे तुमसे कुछ जरूरी बात करनी थी।