राशि आज उसी रेस्टोरेंट मैं बैठी थी जहाँ राशि और प्रतिक पहली बार डेट पर गये थे । आज राशि और प्रतिक को मिले तीन साल हो चुके हैं । राशि अपने बगल वाली सीट पर सलगिरा का तौफा साथ में लिए बैठी थी और दरवाजे की ओर नज़रें टिकाकर प्रतिक की राह देख रही थी । रेस्टोरेंट के बायें तरफ जहाँ की खिड़की से बाहर का नजारा दिख रहा था , सभी बड़ी जल्दी में दिख रहे थे ।राशि एक साधारण सी लड़की थी जो अपने शहर से दूर मुम्बई में काम करती थी । वह एक अर्पाटमेंट में