मैं शाम के समय एक बगीचे में टहल रहा था। तभी मुझे एक छोटा प्यारा सा बच्चा दिखा। मैंने बच्चे से कुछ बात करने की गर्ज़ से उसकी ओर हाथ हिला दिया। मैंने सोचा था कि वो हंसकर जवाब देगा, पर इसके विपरीत उसने तो उपेक्षा से मुंह फेर लिया। मुझे लगा कि बच्चे के साथ कोई होगा जिसे आगे पीछे हो जाने के कारण बच्चा ढूंढ़ रहा है और शायद इसीलिए कुछ परेशान भी है। पर बड़ी दूर तक बच्चे के आगे पीछे कोई न दिखा। मैं हैरान था कि इतने से बच्चे को पार्क में अकेला भला कौन