चौथा नक्षत्र - 4

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अध्याय 4 लेक्चर हालआई.सी.यू. फ्लोर के गद्देदार सोफों पर धूप अपना साम्राज्य बढ़ाती जा रही थी | धूप की पीली सुनहरी रोशनी में इस वक्त प्रश्नो की एक लड़ी सुरभि के सामने चमकने लगी थी | प्रश्न सुरभि के पास सिमटते आ रहे थे | प्यार क्या है ? क्या यह महज आकर्षण भर है ? लेकिन अगर यह आकर्षण भर ही है तो क्यों नही सभी से हो जाता