34--वो दिनसोहन और नाज़िया कालेज में पढ़ते थे।दोनो में दोस्ती हुई जो धीरे धीरे प्यार में बदल गयी।प्यार होने के बाद दोनों का काफी समय साथ मे गुज़रने लगा।उन्हें लगने लगा कि वे एक दूसरे के बिना नही रह सकते,तब दोनो ने जीवन साथी बनने का निर्णय लिया।एक दिन नाज़िया ने अपने प्यार के बारे में अपने अब्बा को बताते हुए कहा," मैं सोहन से निकाह करना चाहती हूँ।""क्या?"बेटी की बात सुनकर असलम चोंकते हुए बोला,"तू एक हिन्दू को अपना शौहर बनायेगी।""अब्बा शादी हिन्दू मुसलमान की नही होती।शादी एक मर्द और एक औरत की होती है।""दो अक्षर क्या पढ़ गयी