चाय पर चर्चा - 4

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कलुआ की हाँ में हाँ मिलाते हुए रामू काका बोल ही पड़े, ”सही कह रहे हो कालू ! इन नेताओं को तो जैसे कौनो लाज शरम है ही नहीं। चाहे कौनो दल का हो नेता, सब का ईमान धरम तो अपने अपने आका की चापलूसी और उ चापलूसी से अपना उल्लू सीधा करना ही होता है। अब यही मोदीजी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब तो मनमोहन सरकार द्वारा लाये गए एफ़ डी आई कानून का बड़े जोरशोर से विरोध किया था। इसको घरेलू व्यापारियों के हितों के खिलाफ बताया था। ..हमको इ सब बात कहाँ पता चलती लेकिन जब