नवगीत साहित्य का यथार्थ : (डॉ० जयशंकर शुक्ल से अनिल कुमार पाण्डेय की वार्ता)अनिल कुमार पाण्डेय : आपने अपने काव्य लेखन की शुरुवात कविता से प्रारंभ किया है; यह आपके साहित्यिक यात्राओं से स्पष्ट होता है | क्या यह पूर्णतया सत्य है? अनिल जी रचनाकार की शुरुवात देखने की प्रक्रिया में दो आयाम आते हैं पहला प्रकाशन दूसरा लेखन | आपने मेरी रचनाधर्मिता के क्रम को जानने के लिए प्रकाशन का सहारा लिया है और पाठक, शोधार्थी, आलोचक, ये सभी इसी तरह से अपना मंतव्य स्थापित करते हैं | अनिल जी आपने इस वार्तालाप के माध्यम से मुझे वह सत्य