7. मोहल्ला -ए -गुफ़्तगूऔर बस वहीं से उन्होंने मुझ पर आरोप लगाने शुरू कर दिए कि में नमिता को मानसिक प्रताड़ना दें रहा हूं फिर नमिता के एक भाई और हैं जो पेशे से लॉयर हैं उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बिलकुल कायदे में रहूं..पहले तो मैं बिलकुल सादगी में ही कहता रहा उन्हें समझता रहा लेकिन जब वो लोग नहीं माने तो मैंने उन्ही से पूछ लिया अगर मेरे मानसिक प्रताड़ना से नमिता इतनी परेशान हैं तो फिर वो क्या हैं जो पिछले 8 सालों से उसका मनोचिकित्साक से इलाज चल रहा हैं.. इस बात पर वो मुकर गए