फूल बना हथियार - 18

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अध्याय 18 एक नया नंबर। "अप्पा! ऐसा लगता है शायद यह वही होगा। नया सिम कार्ड डाला है लगता है..." "उठाकर बात करो... स्पीकर को ऑन करो!" अक्षय ने फोन ऑन करके धीरे से 'हेलो' बोला। दूसरी तरफ से खर-खर की वही आवाज आई। "क्यों अक्षय! डेविट चर्च को जाकर देखकर आ गये लगता है..…?" कमरे के अंदर शांति रहते हुए भी अक्षय, परशुराम, कोदण्डन, डॉ उत्तम रामन, चारों के निगाहों में डर समाया हुआ था वह एक दूसरे को देख रहे थे। मोबाइल के दूसरी तरफ से वह बात करने लगा। स्पीकर से उसकी आवाज बिखर रही थी। "क्या