प्यार ऐसा भी ज्योति हमारे छोटे से घर में भी खुश थी। सब उसका ध्यान रखेंगे, जानता था। मैंने उसको बिल्कुल टाइम नही दिया। सिर्फ इतना ही नहीं उसने जिस दिन वापिस आना था उसकी पहली रात उसने मेरे पूरे परिवार के साथ बाहर जाने के प्रोग्राम बनाया मुझ से पूछ कर।मैं "हाँ "बोल कर काम पर चला गया।शाम को घर आया तो मैैंने बाहर जाने से मना कर दिया। मैंने कहा कि मुझे दोस्त की शादी मैं जाना है। मेरे ना कहने से सब को बुरा लगा,पर मुझे तो आदत है ये सब करने की क्योंकि कमाता हूँ और