भाग 3 नींद नहीं आई। करवटें बदलता रहा। बेचैनी बढ़ती गई। वह बाहर खुले आकाश के नीचे निकल आया। सारी पृथ्वी आकाश के नीचे ही नजर आती है। दूर सप्तर्षि मंडल प्रश्न चिन्ह सा आकाश में विराजमान था। इस प्रश्न चिन्ह में सात तारे यानी सात नक्षत्र के रूप में सात महान ऋषियों के नाम जगमगा रहे थे। मरीचि, वशिष्ठ, अंगीरसा, अत्री, पुलस्त्य, पुलहा और कृतु। इनके नीचे एक नन्हा सा तारा अरुंधति है। जहाँ सप्तर्षि मंडल है वहीं उत्तर दिशा में सदैव विराजमान रहने वाला ध्रुव नक्षत्र है। बेहद चमकीला और बड़ा। दोनों के बीच सतत बहने वाली आकाश