तू मेरी जिंदगी हैं - भाग - 6

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"तू मेरी ज़िन्दगी है" के सभी पाठको का एक बार फिर स्वागत है।आप सभी इसे इतना पसंद कर रहे है,इसके लिए आपका हार्दिक धन्यवाद। तू मेरी ज़िन्दगी है भाग -6 "प्रिंसिपल साहब,आप खुशी की ह वाले दिन खुशी से मिले थे"...इंस्पेक्टर ने प्रिंसिपल से सीधा सवाल किया और अपनी अनुभवी नजरे प्रिंसिपल के चेहरे पर जमा दी। जी ,उसने समर को ऑडिटोरियम में मिलने के लिए बुलाया था।समर की शिकायत थी कि खुशी उस पर बेबुनियाद इल्ज़ाम लगाकर उसे परेशान कर रही है।इसलिए वो चाहता था कि मै भी उसके साथ जाऊं।समर ने बहुत रिक्वेस्ट की तो मुझे