मैं सुन्नु द कुल्फी पर बैठा हुआ उसके बारे में सोच ही रहा था कि अचानक से मेरे उल्टे कान में उसकी वो आवाज़ पड़ी जिसे कभी सुनना मेरे लिए दिन का सबसे अच्छा काम था। “आँखों से आस-पास की लड़कियों का रेप कर रहा हैं। या किसी के बारे में सोच रहा हैं।"तुम आ गई। मैंने ध्यान नहीं दिया।" 'एम सॉरी'--हालात देखकर लग रहा हैं। बड़ी देर से इंतज़ार हो रहा हैं मेरा"हम्म्म्म्म….. कुर्सी खींचकर प्लेज़र दूँ या ऐसे ही बैठ जाओगी"--तू सिर्फ खाना आर्डर कर, कुर्सी मैं खुद खींच लूँगी"खाना में पुराने वाले राजमा चावल ही आर्डर करूँ