उस दिन सुरमयी कहीं गयी हुई थी ! उसकी डायरी बाहर डेस्क पर ही रखी हुई थी !! जब प्रांजल की नज़र उसपर गयी तो वो उठाकर ले आई !! प्रांजल झूमते हुए मेरे पास आकर बोली, " भाई, बता मैं क्या लेकर आई ..??" उसकी खुशी देखकर ही मैं समझ गया कि ये डायरी लेकर आई है ! खुशी के मारे मैंने उसे उसका मुंहमांगे गिफ्ट देने का प्रॉमिस कर डाला !! प्रांजल ने डायरी खोली और पढ़ना स्टार्ट किया....... *************************** "मेरी मम्मी एक डायरी लिखती है तो बस में भी उनको देख कर तुम्हे मार्केट से खरीद लायी..!!