तेरे मेरे दरमियां यह रिश्ता अंजाना - (भाग - 27) - वाणी की अधुरी

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राधिका की शादी बड़े धूम धाम से हो चुकी थी। शादी होते होते सुबह भी हो चुकी थी इसलिये विदाई की तैयारियाँ होने लगी। राधिका से लिपट कर वाणी और अस्मिता भी खूब रोयी उसके बाद कुम्हारों ने डोली में बिठा कर उसे कुछ दूर लाया और फिर गाड़ी मे बिढा विदाई हो गयी। सबकी आँखे नम थी। उत्कर्ष अभी तक आदित्य अस्मिता और वाणी के साथ था। अस्मिता रोते रोते सुबके जा रही थी तभी आदित्य उसे कंधे से पकड कर -" अरे इतना कौन रोता है ।" अभी अस्मिता कुछ बोलती की वाणी सुबकते हुये बोलती है -"