वैश्विक महामारी कोरोना के आने के बाद मेरे ख्याल से दुनिया का एक भी शख्स ऐसा नहीं होगा जो इससे किसी ना किसी रूप में प्रभावित ना हुआ हो। सैनिटाइज़र, मास्क के अतिरिक्त हाइजीन को ले कर तरह तरह की सावधानियां तो खैर सभी ने अपनी अपनी समझ के हिसाब से अपनाई ही। इसके अलावा अगर ज़रूरी खानपान और मेडिकल से जुड़े व्यवसायों को छोड़ दें तो लॉक डाउन और इसके बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों की वजह से बाकी सभी के रोज़गार अथवा कामधंधों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और बहुतों के धंधे तो बिल्कुल ठप्प हो गए या होने