कहानी को समझने के लिए पिछले भाग अवश्य पढ़ें यह कहानी का भाग- 11 अब आगे:- रेणुका जिस की बातें सुनकर इस वक्त रवीना का दिमाग घूम गया था और वह अपने आप को रेणुका के दिमाग में आए शक से बचाने के लिए ,अपनी धूर्तता दिखाने लगी थी ,उसने गाड़ी को वापस मुड़ गया था,, रेणुका अब एकदम से ,,""गाड़ी रोको रवीना, मैं चाहती हूं गाड़ी सड़क के किनारे लगाकर खड़ी कर दो ,अगर तुम्हें मेरे साथ घूमने जाने में भी तकलीफ है तो मुझे यही उतार दो ,,यही ज्यादा अच्छा रहेगा,,"' रवीना, अब उसकी बात सुनकर गाड़ी को