विमला और शांता गरीब होने के कारण अपनी औकात तो जानती थीं लेकिन एक पढ़े लिखे दौलतमंद डॉक्टर की औकात उन्हें तब पता चली जब . . . पढ़िए मेरी कहानी औकात में.