सफर का अंत - 6

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ठीक है बिल्कुल इसमें क्या है चल लेंगे। और वैसे भी मेरे पास गाड़ी है हम उसी में चले जाएंगे ठीक हैठीक है[कुछ देर बाद]"अब यहा दोस्ती शुरू हो रही थी रुद्र और शंकर की और अब शंकर कंपनी में अप्लाई भी कर चुका था जॉब के लिए फिर वो निकाल पड़े घर के लिए। और उस तरफ एक रहस्यमय बात कई सालो से दबी हुए थी वो बाहर आने वाली है जो कि रुद्र और शंकर की ज़िन्दगी में मुश्किले लाने वाली है सो अब आगे"अरे संदीप सुनो तो मेने जो उस पायल वाली चुड़ैल के बारे में सुना