सुगनी का पति परेशान था।वह नाम-मात्र का पति रह गया था।हर रात जाने कैसे वह बेसुध होकर दूसरे कमरे में पहुंच जाता और दिन में सुगनी उसे अपने पास फटकने तक नहीं देती थी।उसे शक हुआ कि जरूर रात के उसके खाने में सुगनी कुछ नशीला पदार्थ मिला देती है और अपने किसी अमीर प्रेमी के साथ रात बिताती है।सुबह होने से पहले अपने प्रेमी को भगा देती है और भीतर से दरवाजा बंद कर सो जाती है।उसकी पसन्द की चीजें उसका प्रेमी ही लाता होगा। उसका सन्देह दिन पर दिन पुख्ता होता गया और एक दिन उसके सब्र का