आनन्द की बात झूठ नहीं थी पर पवन ने मीता को कभी इतना एकांत और अधिकार नहीं दिया था कि वह उससे इस बारे में पूछ सके। हालाँकि आनन्द ने उसे भड़काया भी था कि ऐसे कैसे वह कहीं और शादी कर सकता है?उसे विरोध करना चाहिए ।आखिर इतने वर्षों से वह उसकी अंतरंग प्रेमिका रही है।पर मीता ने कभी किसी से भी अपने अधिकार के लिए संघर्ष नहीं किया था फिर पवन से क्यों करती?जो उसका था ही नहीं ,उसे बांधने का यत्न क्यों करती?उसने खुद ही पवन से दूर जाने का फैसला कर लिया था।पर जब पवन उससे