एक सत्रह वर्षीय लड़की जिसका नाम था सपना ।वह अपने माता पिता की पाचवी सन्तान थी । उसके चारो भाईयो को जितना प्यार घर वालों से मिलता था उसका एक हिस्सा भी उसे कभी नसीब न होता था। जब वह पाँच साल की थी तो उसने निश्चय किया की वह एक IAS ऑफिसर बनेगी।उसके भाई जहा गाव से दूर शहरो मे पढते थे वही उसे गाव के ही एक सरकारी इंटर कॉलेज मे पढ़ना पड़ता था। सपना एक बुद्धिमान छात्रा थी।वह अपने कक्षा मे प्रथम आती और जब उसने 10 की परीक्षा दिया तो उसने पूरे जिले मे प्रथम स्थान