दानी की कहानी ----आपको सोचना चाहिए था न ! ------------------------------------------- दानी बच्चों के लिए कुछ न कुछ करने को हर समय तत्पर रहतीं कभी बच्चों को कहानी सुनातीं ,कभी उनके लिए कोई कविता ही लिख डालतीं जो वे कहते ।उनके लिए खाने के लिए भी बना देतीं जबकि मम्मी थकी रहतीं थीं छोटा चीनू बड़े पाशोपेश में रहता ,मम्मा तो इतनी यंग हैं फिर भी थक जाती हैं दानी इतनी बड़ी हैं ,बुज़ुर्ग हो रही हैं फिर भी हर समय सभी बच्चों के लिए कुछ न कुछ करने को तैयार रहती हैं