तभी विराज के रूम का दरवाज़ा फिर खुला। आवाज़ सुनते ही विराज बिना पलटे गुस्से से बोला "नाउ व्हाट!" (अब क्या है!) कोई जवाब ना आने पर विराज पलटा और सामने खड़े शख्स को देख कर उसका गुस्सा और बढ़ गया। तू यहां क्या कर रहा है....! विराज ने अपनी एक भाव उचकाते हुए पूछा। देख विराज.....! गुस्सा छोड़ दे। अच्छा! गुस्सा सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। ओह! में तेरा दोस्त हूं तू ऐसे मुझ पर गुस्सा नही हो सकता। एक कुटिल मुस्कुराहट के साथ विराज ने कहा "ये तो तुझे मुझे ताने मारने से पहले सोचना चाहिए था"