सुभा के 7 बज रहे थे एक 45 साल उम्र की औरत हाथ में गरम पानी का ग्लास लिए एक कमरे में दाखिल हुई। पहले उसने ग्लास को टेबल पे रखा फिर उसी कमरे की बड़ी सी खिड़की पे लगे परदे हटा दिए। सुभा सुभा की हल्की धूप खिड़की से छनती हुई कमरे में आने लगी। जब धूप की रोशनी बिस्तर पर सोती हुई उस लड़की पे पड़ी तो उस लड़की ने ओढ़ी हुई चादर सिर तक तान ली। तभी उस औरत की आवाज़ आई कब तक सोएगी आज तो जल्दी उठना चाहिए तुझे आज तेरा जन्मदिन है। वैसे जन्मदिन