आज बारहवीं का रिजल्ट निकला है और दीपक अपने स्कूल में अव्वल आया है, ये खुशखबरी वो अपनी विधवा माँ और विधवा दादी को बताने घर की ओर दौड़ा चला आया लेकिन तभी उसने दरवाजों के बाहर से सुना कि उसकी दादी और माँ आपस में झगड़ रहें हैं.... यूँ तो उसकी दादी शकुन्तला और माँ शान्ति के बीच हमेशा झगड़ा होता है लेकिन आज उन दोनों की बात सुनकर दीपक के पैरों तले जमीन खिसक गई..... तू मेरे बेटे को खा गई और तू ही मेरे पति को भी खा गई,डायन कहीं की,शकुन्तला बोली।। मैने कुछ नहीं