" अब मैं आजाद हूं उबांक ...अब फिर होगा गामाक्ष का कहर ..."" लेकिन दानव राज आप तो बहुत कमजोर हो गये हैं इतने सालो यहां कैद होने से .."" हां उबांक जो बरसो पहले आदिनाथ ने मेरे साथ किया था उसका बदला उसके बच्चों से लूंगा ..." "..दानव राज आप कैसे बदला लेंगे वो देविका अपने बच्चों को भी सुरक्षा यंत्र से बांध लेगी ..."" डरो नहीं उबांक मैं पहले ही सब जान चुका हूं इसलिए उसकी बेटी को यहां तक ले आया था ...क्यूंकि अब शुरू होगा मेरा प्रेम और प्रेत जाल ....उबांक अब तुम भी एक सुंदर तोता