एक कलाकृति

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अंतोन चेखव साशा स्मिरनोव अपनी माँ का इकलौता बेटा था। उसने वित्तीय खबरों से भरे 223 नंबर के अखबार में लिपटी कोई चीज अपने बगल में दबा रखी थी। जब वह डॉ. कोशेलकोव के चिकित्सालय में पहुँचा, तब वह बेहद भावुक लग रहा था। "आओ, प्यारे!" डॉक्टर उसे देखते ही बोला। "बताओ, अब तुम कैसा महसूस कर रहे हो? तुम मेरे लिए क्या अच्छी खबर लाए हो?" साशा ने पलकें झपकाईं, अपने हाथ को अपने सीने पर रखा और उत्तेजित स्वर में बोला, "श्री इवान निकौलेविच, माँ ने आपको 'नमस्कार' और 'धन्यवाद' कहा है... मैं अपनी माँ का इकलौता बेटा