भाग -50 उस दिन जब लौटा तो तुम बहुत उदास थी। खाना मेरी वजह से बनाया था, नहीं तो शायद बनाती ही नहीं। साथ में बहुत कहने पर नाम-मात्र को खाया। खाते समय ही मैंने तय किया कि आज ही तुमसे एक फैसला हर हाल में लेने को कहूंगा। लेकिन खाना खत्म होते ही तुमने कहा, 'शाम को फ़ोन पर तुमने कहा था कि, पैर में बहुत दर्द हो रहा है। ठीक ना हुआ हो तो आओ तेल मालिश कर दूं।' तुम्हारी इस बात पर मैं तुम्हें बड़ी देर तक देखता रहा, क्योंकि पहले भी कई बार तकलीफ हुई, लेकिन