सूरज बिक्रम के मुंह से माफी मांगना सुन कर उसको कुछ नहीं कहता हे। और सीधे जाकर कार में बैठ जाता है। वहीं ये चीज जब बिक्रम ने देखा तो उसने एक राहत की सांस लेता हे। और फिर घूर घूर कर मेघा की और देखने लगता हे। थोड़ी देर बार वो भी कार में जाकर बैठ जाता हे। फिर मेघा भी जाकर कार में बैठ जाती हे। कार को बिक्रम आगे बढ़ाने लगता है। थोड़ी देर आगे जाने के बाद बिक्रम मेघा की और देखने लगता हे। जो की अभी भी अपना सर नीचे किए हुए बैठी हुई थी।