ग्यारह अमावस - 13

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(13) निशांत अपनी पत्नी देवयानी के साथ पुलिस स्टेशन में घुसा। देवयानी ज़ोर ज़ोर से रो रही थी। निशांत बहुत परेशान था। वह रोते हुए इंस्पेक्टर कैलाश जोशी से बोला,"सर मेरी बेटी ना जाने कहाँ चली गई है...."इंस्पेक्टर कैलाश जोशी ने उसे और देवयानी को बैठाया। उसके बाद बोला,"अब शांत होकर सही तरह से सारी बात बताइए।"निशांत ने खुद को संभाला। उसने कहा,"सर कल शाम मैं अपनी पत्नी और बेटी को लेकर पालमगढ़ आया था। बस में हमें एक आदमी मिला था। उसने कहा था कि बस अड्डे के पास वह हम तीनों के ठहरने की व्यवस्था करा देगा।