तभी सूरज अपने जगह से खड़े हो कर सनाया के पास जाकर अपने हाथ उसके कंधे पर रख कर उसको कुछ बोलने के लिए बोलता है। लेकिन सनाया उसकी बातों को इग्नोर करके बस हस्ती हीं जा रही थी। लेकिन इस बार सूरज ने थोड़ा जोर से सनाया को हिलाया जिस वजह से सनाया अपना हसी को कंट्रोल करते हुए अपना सर हैं में हिलती ने और सूरज जाकर अपने सीट में बैठ जाता है। और फिर सनाया से बोलता है कि सनाया प्लीज ये सस्पेंस रखना बंद करो और मुझे सब सच सच बताओ तुम हस क्यूं रही हो।