"बाबा बाबा रात दिन सोते जागते बाबा की रट लगाए रहती हो ।”रमेश नाराज होते हुए बोला,"यह सब ढोंगी होते है।देख नही रही कितने बाबा जेल में है।""मेरे बाबा ऐसे नही है"और रमेश चुप रह जाता।रमेश और गीता एक ही गांव के थे और कॉलेज में साथ पढ़ते थे।दोनो में दोस्ती थी इसलिए काफी समय भी साथ ही गुज़ारता और इस साथ मे पता ही नही चला कब रमेश गीता को चाहने लगा।प्यार करने लगा।और एक दिन उसने अपने प्यार का इजहार कर दिया।"रमेश मुझे भी तुमसे प्यार हो गया है।'"तो क्या मुझ से शादी करोगी।मेरी जीवन संगनी बनोगी तुम""शादी