एक ही घर में पल रहे स्वाति और अभय एक दूसरे से बहुत अलग थे, जबकि गर्भ में दोनों एक साथ ही विकसित हुए थे। एक जैसे संस्कार पाकर भी एक ही घर के दो बच्चे इतने अलग हो सकते हैं, स्वाति और अभय उसके जीते जागते उदाहरण थे। जहाँ स्वाति मेहनत और लगन से पढ़ाई करने वाली थी, वहीं बुद्धिशाली होने के बावजूद भी अभय का मन पढ़ाई में कम ही लगता था। स्वाति शांत और शर्मीली थी तो अभय चंचलता और मस्ती का प्रतीक था। स्वाति विनम्र स्वभाव के साथ आज्ञाकारी थी किंतु अभय को बात-बात पर गुस्सा आ जाता और कई