अगली सुबह सब कुछ बदला - बदला सा लग रहा था । ऋषि रात भर सोया नही था , और हैरानी ये थी कि अब भी उसकी आखों में नींद नही थी । संचिता अब कल से ठीक थी । जी भरकर सोने से उसे बहुत राहत मिली थी । स्कूल पहुंचने पर , उसने पहले तो एग्जाम के फॉर्म संबिट किए और फिर अपनी क्लास चली गई । ऋषि ने भी अपने एग्जाम फार्म संबिट कर दिए थे । आज पूरे दिन संचिता और ऋषि की मुलाकात नहीं हुई । दोनों अपने - अपने कामों में इतने ज्यादा व्यस्त