प्रोफ़ेसर डॉ. के. वनजा, कोचीन नीलम कुलश्रेष्ठ द्वारा संपादित ‘रिले रेस’ कहानी संग्रह स्त्री विमर्श की दृष्टि से उल्लेखनीय है । अनंत काल से अपने जीवन में स्त्री कई कष्टों को भोगती आ रही है । इस कहानी संकलन में कई स्त्री कथा पात्रों के ज़रिए विविधायामी स्त्री- संघर्षों की सच्चाई का पर्दफाश हुआ है । ये कहानियाँ असल में स्त्री की बुनियादी समस्याओं से मुठभेड़ करती रहती हैं या दूसरे शब्दों में कहा जाए तो समकालीन कहानीकार पुरुष वर्चस्विता को खंडित करते हुए स्त्री को चेतनापूर्ण बनाने की कोशिश में हैं । समाज के सभी क्षेत्रों में पुरुष निर्मित