केंद्र में सरकार बदलने के साथ ही सरकार की कश्मीर नीति में परिवर्तन आया था।आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई।अलगवादियो को नज़रबन्द करने के साथ आतंकवादियों को चुन चुनकर जहुनम भेजा जाने लगा।पत्थरबाजों को पकड़ा जाने लगा।और फिर दुबारा केंद्र में सरकार में लौटने पर सबसे पहला काम सरकार ने धारा तीन सौ सत्तर और पैंतीस ए हटाने का किया।इससे राज्य का विशेष दर्जा खत्म हो गया।जम्मू और कश्मीर का विभाजन करके उसे दो भागों में बांटकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।और इस तरह जम्मू कश्मीर अन्य राजयो की तरह भारत का हिस्सा बन गया।कश्मीर में धारा