'घटना के स्थान पर ….'नितिन की मां बाहर दरवाजे पर रोते - रोते बेहोशीकी हालत में है , बेटे की अभी - अभी क्रिया क्रमहुई है और मौत भी अपने बेटे के हाथों , इससे बड़ीदुःख किसी मां के मन में और क्या होगी ? नितिन के पिता कई साल पहले हार्टअटैक के चलते सिधार चुके हैं , नितिन की मां एक लेडीज कपड़े की दुकान में ड्रेस सिलाई की काम करती और उसी से छोटे और बड़े दोनों को पढ़ा रही थी ।हादसे के तीसरे दिन विनय फिर से उसके घर गया अब तक नितिन की कोई खबर नही थी । विनय को देखते ही