आलेख की जिम्मेदारी मैंने ली थी क्योंकि। और अब आगे।।डॉ ने रेखा दीदी का आपरेशन किया था जिस कारण उसे आराम करने की हिदायत दी गई थी।वो तो बेहोशी में पड़ी रहती थी दवा का असर इतना ज्यादा था कि उसे कुछ होश नहीं रहता था और ऊपर से उसे खाना खिलाने का काम एक दाई करती थी।मैं क्या क्या करती हवेली सम्हाल कर फिर बाबू को लेकर ही सारा दिन कैसे निकल जाता था पता नहीं चलता और फिर एक अजीब सा डर भी लगा रहता था।कही कुछ अनहोनी न हो जाए। मां भी सब देख रही थी कि