अपने बेटे नितिन की शादी के बाद राधा बहुत ही ख़ुश थी, एक बहुत बड़ी जवाबदारी जो निपट गई थी। उसने अपने पति से कहा, "गौरव कितनी प्यारी जोड़ी है ना हमारे नितिन और नेहा की।" "हाँ राधा तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो, ऊपर वाला बहुत सोच समझकर जोड़ियाँ बनाता है, जैसी हमारी जोड़ी है ।" "क्या आप भी, आपको तो हर वक़्त मज़ाक ही सूझता रहता है।" "क्यों, क्या मैं ग़लत कह रहा हूँ, हमारी जोड़ी अच्छी नहीं है?" "अच्छी है, बहुत अच्छी है पर अभी मैं नेहा और नितिन की बात कर रही हूँ, समझे।" "हाँ राधा, ऊपरवाला ऐसे दो अनजान लोगों को मिलाता है, जो मिलते ही