"ओए.. तुमने तो बताया भी नहीं, की तुम आते ही बड़े कांड कर के आई हो।", निया की नई टीम वाली सहेली ने उनके कॉफी के लिए जाते टाइम पूछा। "कांड.. मुझे तो सच में समझ ही नहीं आ रहा की ऐसा भी क्या कर दिया है मैंने।" "कोई ना.. कोई ना.. थोड़े दिन रुक जाओ तुम, फिर सब पता लग जाएगा।" "ऐसा भी क्या ही है?" "वो क्या है ना.. ओह.. ध्रुव..तुम.. बड़े दिन बाद दिखे हो, कैसे हो?" वो सहेली वहाँ आए ध्रुव को देखते हुए बोली।"मैं ठीक, आप सुनाओ कैसे हो? काम ठीक चल रहा है?" ध्रुव ने उससे पूछा। "हम्म.." ध्रुव