प्लेटफार्म पर खड़ी औरत (भाग 1)

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वह साहित्य का शौकीन कभी नही रहा।उपन्यास और मैगज़ीन को वह छूता तक नही था।कभी कभी समाचारों के लिए अखबार पर सरसरी नज़र जरूर डाल लेता था।साहित्य से चाहे उसे एलर्जी हो पर एक साहित्यकार से बड़ा लगाव था।अंग्रेजी के विदेशी साहित्यकार जान किट्स का वह प्रशंसक था।ब्यूटी इज जॉय फ़ॉर एवर-किट्स के इन शब्दों का वह कायल था।सचमुच उसे सुंदरता से बहुत प्रेम था।पाकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ ईश्वर की अनुपम देन नारी के मद का वह पुजारी था।औरत से उसे जन्म से ही आकर्षण था।बचपन मे हमउम्र लड़कियों के साथ खेलना उसकी आदत थीं।जब वह बड़ा हुआ तो