भाग – चतुर्थ(क्या ध्यानसे मन के दुर्गुण दूर होंगे ?)क्या ध्यान से मानसिक बुराइयां दूर होंगी ? क्या ध्यान से मानसिक बुराइयां जैसे काम, क्रोध, ईर्ष्या, हिंसा आदि विकारों का शमन हो सकता है ? यह गहन शोध का विषय है क्योंकि बहुत प्राचीन काल से लेकर वर्तमान समय तक बड़े बड़े साधू गण इन विकारों से ग्रस्त दिखाई दिए हैं । दुर्वासा ऋषि तो साक्षात क्रोध के अवतार थे तथा बात बात पर भक्तों को शाप दे बैठते थे । प्रसिद्ध विश्वामित्र मुनि मेनका नामक अप्सरा के प्यार में पागल हो चले थे । इतिहास ऐसे हजारों किस्सों से