शाम का वक्त शाम का वक्त था। तारो के साथ चंद्रमा भी अभी अभी आसमान मे दिखे थे। हलकी सी ठंडी शीत लहेरे आ रही थी । आजकी शाम बाकी की शाम से बहुत ही अलग ओर सुंदर थी। पूरे रिसोर्ट को फायर स्ट्रिंग लाइट से सजा दिया था। ˈफ़ाउन्टन् भी कलरिंग लाइटो से सजा हुआ था ओर जब उसमे से पानी के फव्वारे ओर कलरिंग लाइट मीलते तो वो नजारा इन्द्रधनुष जेसा दीख रहा था । मीठी ओर धीमी शहनाई की धून बज रही थी। शादी का मंडप पूरा फूलो से सजा